बिहार पंचायत चुनावअभी ख़त्म नहीं हुए थेलेकिन मुरारपुर गाँव के वार्डसंख्या – 13 में खुशियों और उम्मीद की लहर थी. दरअसल इस बार लोगों ने आपसी सहभागिता और एकता का परिचय देते हुए अपना नेता चुना था. लोग आशान्वित थे कि अब उनकी समस्याएं कम होंगी और उनके वार्ड में भी विकास की लहर दौड़ेगी.मुरारपुर गाँव बिहार राज्य के शेखपुरा जिले के शेखपुरा प्रखंड के कटारी पंचायत के अंतर्गत आता है.इसवार्डमें अतिपिछड़ी जाति की बहुलता है और यह डाढ़ीटोलाकेअंतर्गतआताहैऔर पिछले कई वर्षों से यहाँ विकास ना के बराबर हुआ था. इसी दौरान हमारी टीम ‘चुनाव पूर्व मतदाता जागरूकता अभियान’के लिए शेखपुरा के गाँव-गाँव जा कर मतदाता जागरूकता शिविरों का आयोजन कर रहीथी. इस अभियानके दो प्रमुख कार्यक्रम थे आमना- सामना और रात्री चौपाल. आमना- सामनाके दौरान हम पूर्व एवं भावी प्रतिनिधियों औरगाँव की जनता के बीच आमना-सामना कराते हैं. इसमें लोग अपनी समस्या बताते हैं और पूर्व एवं भावी प्रतिनिधि उन समस्याओं के निबटारे के लिए अपने विचार रखते हैं .रात्री चौपाल के दौरान गाँव वाले आपस में आमना- सामनाकेदौरानचर्चित मुद्दों पर विचार- विमर्श करते हैं और हमारी टीम एकअच्छेजन-प्रतिनिधि की पहचान करने और चुनने की सलाह देते हैं. संख्या 13 के लोगों ने अपनी समस्या बताई औररात्री चौपाल मेंसबने उसपर विचार-विमर्श किया. इस वार्ड मेंनातोहरघरमेंशौचालयथाऔरनाहींनालीऔरजलकीउचितसुविधाथी.यहाँ के लोग पिछलेकई सालों से विकास कार्यों के ना होने और एक गलत नेता चुनने की वजह से बहुत परेशान थे. हमारी टीम ने उन्हेंएकजुट होकर एक स्वच्छ छवि के नेता की पहचान करने और उसे चुनने की सलाह दी. लोगों ने हमारी बातों को ना केवल सुना और समझा बल्किसभी जागरूक हुए और हमारी बातों पर अमल भी किया. परिणामतःवार्ड के सभी मतदाताओं ने मिलकर एक स्वच्छ छवि वाले पढ़े-लिखे व्यक्ति- 28 वर्षीय राजनीतिक राम को अपना वार्ड सदस्य निर्विरोध रूप से चुन लिया.
Hethma Panchayat is a densely populated Panchayat in Kurdeg block of Simdega. The Census 2011 projected 1115 households in the panchayat, which itself is a large village comprising several tolis (hamlets). Tangartoli is one hamlet where block coordinator Sonu had visited on December 15, 2020. The community volunteers picked from the hamlet realized that the children in the age group of 11 to 15 (all school going but right now studying at home ) were highly inspired and wanted to know more on COVID 19 and wanted to become junior community volunteers. Realizing their interest, Sonu Kumar held a meeting cum training for the children on Dec 16, 2020 so that they too can start generating awareness among their friends.
केरसई प्रखंड के बसेन पंचायत में लोगो से योजनाओ के बारे में बात करते हुए वहां के निवासी अजित लकडा से यह जानकारी मिली की इस साल उनकी धान की उपज बहुत ही अच्छी हुई है. परन्तु उनके पास बिक्री के लिए महाजन के अलावा और कोई जरीया नजर नहीं आता था. महाजन सालो से चलते आ रहीदर पर ही धन खरीदते थे जिससे अनाज का सही मूल्य नहीं मिल पाता था. अजित इस बात के से बहुत चिंतित थे .उन्हें दर था कि उनके इस बिक्री से उन्हें सही लाभ नही मिल पाएगा जिस वजह से उन्हें पुरे साल बहुत दिक्कत होगी. साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें किसी सरकारी धान खरीद योजना के बारे में किसी से पता चला है पर उसकी पूरी जानकारी उनके पास नही है जिस वजह से वह कोई निर्णय नही ले पा रहे हैं और वो अपना रजिस्ट्रेशन इस योजना में नही करा पा रहे थे. विस्तारपूर्वक उनसे बात करने के बाद हमारी टीम ने इस योजना से सम्बंधित सारी जानकारियों के बारे में बताया साथ ही धान खरीद योजना से जुड़ने के लिए फॉर्म को भरने में मदद की और आवश्यक सभी दस्तावेजो की पहचान कर जमा कराया गया. हमारी टीम ने उनका रजिस्ट्रेशन भी सुनिश्चित किया ताकि भविष्य में फिर उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधाओ को ना झेलना पड़े. अजित लकडा ने बताया कि पहले वह महाजन के पास बहुतहीं कमदर से धान बिक्री करते थे और कभी-कभी धान की खरीद अधिक हो जाने की वजह से उन्हें अपनी उपज की बिक्री करने में भी बहुत मुश्किले आती थी महाजन बिक्री के लिए ना भी बोल दिया करते थे और मजबूरन उन्हें दुसरे महाजनो के पास और भी कम कीमत पर अपनी धान बिक्री करनी पड़ती थी. इसके कारण उन्हें पुरे साल का नुकसान झेलना पड़ता था. धान खरीद योजना से जुड़ने के बाद उन्होंने उचित दर से धान की बिक्री की जो अभी तक के लाभ में सबसे अधिक थी और समय पर उन्हें अपने पैसे भी मिले.
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